हनुमान गाथा: हनुमान जी की जन्म कथा

हनुमान गाथा: हनुमान जी की जन्म कथा – तुलसीदास जी की वाणी में

✍️ प्रेरणा स्रोत: गोस्वामी तुलसीदास जी

🔰 भूमिका: हनुमान जी क्यों कहलाते हैं संकटमोचन?
भगवान हनुमान को हिन्दू धर्म में भक्ति, बल, बुद्धि और सेवा के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। वे श्रीराम के अनन्य भक्त हैं, जिन्हें “संकटमोचन”, “अंजनीपुत्र”, “मारुति” और “बजरंगबली” जैसे कई नामों से जाना जाता है।

गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण जैसी रचनाओं में हनुमान जी की अद्भुत उत्पत्ति और चरित्र का विस्तार से वर्णन किया है।

📜 हनुमान जी की जन्म कथा – संक्षिप्त विवरण

👩‍👦 माता अंजना और केसरी
हनुमान जी का जन्म माता अंजना और पवनसुत केसरी के पुत्र रूप में हुआ। अंजना एक अप्सरा थीं जिन्हें शापवश वानरी रूप में जन्म लेना पड़ा था। तपस्या के बाद शिव जी ने उन्हें वरदान दिया कि वे एक दिव्य पुत्र को जन्म देंगी।

🌬️ पवन देव का आशीर्वाद
जब अंजना एक दिन पूजा कर रही थीं, उसी समय राजा दशरथ पुत्र प्राप्ति के लिए यज्ञ कर रहे थे। यज्ञ का फल लेकर पवन देव ने उसे अंजना के पास पहुँचा दिया, और उस दिव्य फल को ग्रहण करने से हनुमान जी का जन्म हुआ।

इसलिए उन्हें पवनपुत्र और वायुपुत्र कहा जाता है।

🧒 बाल लीलाएँ

  • बालक हनुमान ने सूरज को फल समझकर निगल लिया था
  • इंद्रदेव ने वज्र से प्रहार किया, जिससे उनके गाल में चोट लगी
  • ब्रह्मा, इंद्र, वरुण और अन्य देवों ने उन्हें अद्वितीय वरदान दिए
  • उन्हें अजर-अमरता, शिव-शक्ति, रामभक्ति और अपराजेय बल का वरदान प्राप्त हुआ

🕉️ गोस्वामी तुलसीदास जी के अनुसार
“बाल समय रवि भक्षी लियो तब, तीनहुं लोक भयो अंधियारो…”

~ हनुमान चालीसा

तुलसीदास जी ने हनुमान जी के जन्म से लेकर युद्ध तक की लीलाओं को रामचरितमानस और अन्य रचनाओं में भक्ति से भरकर प्रस्तुत किया है।

🌟 हनुमान जी की उत्पत्ति से जुड़े विशेष तथ्य विवरण

🔥 अंश रूप हनुमान जी भगवान शिव के 11वें रूद्र अवतार माने जाते हैं
🌬️ पिता स्वरूप पवन देव को उनका आध्यात्मिक पिता माना जाता है
🌟 चरित्र सेवा, समर्पण, पराक्रम, निर्भयता और विनम्रता के प्रतीक
📚 प्रसिद्ध ग्रंथ हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, रामायण, हनुमान बहुक

🙋‍♂️ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

हनुमान जी का जन्म कब और कैसे हुआ?
🕉️ माता अंजना ने यज्ञ फल के प्रभाव से पवन देव के आशीर्वाद से हनुमान जी को जन्म दिया।

हनुमान जी के पिता कौन हैं?
🔸 भौतिक रूप में वानरराज केसरी और आध्यात्मिक रूप में पवन देव।

हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार क्यों कहा जाता है?
🔱 पौराणिक मान्यता है कि वे शिव जी के 11वें रूद्र रूप हैं, जो श्रीराम की सेवा हेतु अवतरित हुए।

हनुमान जी ने बाल्यकाल में क्या लीलाएं की थीं?
☀️ सूर्य को फल समझकर निगल जाना, इंद्र के वज्र का सामना करना, और देवताओं से अनेक वरदान प्राप्त करना।

हनुमान जी की जन्म कथा कहाँ से पढ़ी जा सकती है?
📖 रामचरितमानस, हनुमान चालीसा, वाल्मीकि रामायण और अन्य पुराणों में विस्तार से उपलब्ध है।

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हनुमान जी से जुड़े सम्पूर्ण पाठ, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र, और आरती

📘 1. हनुमान चालीसा

सम्पूर्ण पाठ, अर्थ सहित, लाभ, ऑडियो और पीडीएफ डाउनलोड।

🔥 2. बजरंग बाण

शत्रु नाश, भय निवारण और त्वरित कृपा के लिए प्रसिद्ध स्तोत्र।

🛡️ 3. हनुमान कवच

सुरक्षा कवच जो नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है।

🪔 4. हनुमान आरती

प्रतिदिन संध्या को आरती के साथ पूजन का अनुभव।

📿 5. हनुमान जी के मंत्र

संकटमोचन, बल और बुद्धि देने वाले प्रभावी मंत्र।

📖 6. हनुमान अष्टक

भावपूर्ण अष्टक का संगीतमय पाठ।

📚 7. हनुमान जयंती विशेष सामग्री

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